Hindi Quotes
Girna bhi accha hai,
Aukaat ka pata chalta hai..
Badhte hai jab haath uthane ko..
Apno ka pata chalta hai !
...............................................





























दुनिया में सब चीज
मिल जाती है,......
केवल अपनी गलती
नहीं मिलती.........

















































Thought of the day
⏬⬇
स्वर्ग का सपना छोड़ दो,
नर्क का डर छोड़ दो ,
कौन जाने क्या पाप ,
क्या पुण्य ,
बस............
किसी का दिल न दुखे
अपने स्वार्थ के लिए ,
बाकी सब
कुदरत पर छोड़ दो.......
Jinhe gussa ata hai,
Woh log sacche hote hai,
Maine jhuto ko aksar,
Mushkurate hua dekha hai...!!
...........................................
Seekh raha hu ab mein bhi insaano ko padhne ka hunar,
Suna hai chare pe kitabon se jyada likha hota hai !
....................................
Hasi- Hasi me kitno ko hasa diya,
Hasi-Hasi mein kitne gammon ko chupa liya,
Haskar gaya koi hum par is kadar,
Ki Umar bhar ke liye hume hasana Bhula diya..
Aukaat ka pata chalta hai..
Badhte hai jab haath uthane ko..
Apno ka pata chalta hai !
...............................................
पैर की मोच
और
छोटी सोच ,
हमें आ गे
बढ़ने नहीं देती ।
और
छोटी सोच ,
हमें आ गे
बढ़ने नहीं देती ।
टूटी कलम
और
औरो से जलन ,
खुद का भाग्य
लिखने नहीं देती ।
और
औरो से जलन ,
खुद का भाग्य
लिखने नहीं देती ।
काम का आलस
और
पैसो का लालच ,
हमें महान
बनने नहीं देता ।
और
पैसो का लालच ,
हमें महान
बनने नहीं देता ।
. अपना मजहब उंचा
और
गैरो का ओछा ,
ये सोच हमें इन्सान
बनने नहीं देती ।
और
गैरो का ओछा ,
ये सोच हमें इन्सान
बनने नहीं देती ।
मिल जाती है,......
केवल अपनी गलती
नहीं मिलती.........
भगवान से वरदान माँगा
कि दुश्मनों से
पीछा छुड़वा दो ,
अचानक रीस्तेदार ही
कम हो गए......
कि दुश्मनों से
पीछा छुड़वा दो ,
अचानक रीस्तेदार ही
कम हो गए......
" जितनी भीड़ ,
बढ़ रही
ज़माने में........।
लोग उतनें ही ,
अकेले होते
जा रहे हैं......।।।
बढ़ रही
ज़माने में........।
लोग उतनें ही ,
अकेले होते
जा रहे हैं......।।।
इस दुनिया के
लोग भी कितने
अजीब है ना ;
लोग भी कितने
अजीब है ना ;
सारे खिलौने
छोड़ कर
जज़बातों से
खेलते हैं........
छोड़ कर
जज़बातों से
खेलते हैं........
किनारे पर तैरने वाली
लाश को देखकर
ये समझ आया........
बोझ शरीर का नही
साँसों का था......
लाश को देखकर
ये समझ आया........
बोझ शरीर का नही
साँसों का था......
दोस्तो के साथ
जीने का इक मौका
दे दे ऐ खुदा...........
तेरे साथ तो
हम मरने के बाद
भी रह लेंगे........
जीने का इक मौका
दे दे ऐ खुदा...........
तेरे साथ तो
हम मरने के बाद
भी रह लेंगे........
“ तारीख हज़ार
साल में बस इतनी
सी बदली है…........
तब दौर
पत्थर का था
अब लोग
पत्थर के हैं..."
साल में बस इतनी
सी बदली है…........
तब दौर
पत्थर का था
अब लोग
पत्थर के हैं..."
Thought of the day
⏬⬇
स्वर्ग का सपना छोड़ दो,
नर्क का डर छोड़ दो ,
कौन जाने क्या पाप ,
क्या पुण्य ,
बस............
किसी का दिल न दुखे
अपने स्वार्थ के लिए ,
बाकी सब
कुदरत पर छोड़ दो.......
.

....................................Jinhe gussa ata hai,
Woh log sacche hote hai,
Maine jhuto ko aksar,
Mushkurate hua dekha hai...!!
...........................................
Seekh raha hu ab mein bhi insaano ko padhne ka hunar,
Suna hai chare pe kitabon se jyada likha hota hai !
....................................
Hasi- Hasi me kitno ko hasa diya,
Hasi-Hasi mein kitne gammon ko chupa liya,
Haskar gaya koi hum par is kadar,
Ki Umar bhar ke liye hume hasana Bhula diya..
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